भानपुरा। भानपुरा नगर कि आबादी लगभग तीस हजार व तहसील कि आबादी लगभग डेढ लाख है। साथ ही प्रसिद्ध धर्म स्थल दुधाखेडी माताजी मंदिर भी भानपुरा तहसील क्षेत्र में स्थित है। इतने बढे क्षेत्र मे कही भी किसी भी कारण से आगजनी कि घटना हो सकती है। पर आग बुझाने का कोई सुविधाजनक साधन नही है। एकमात्र साधन भानपुरा नगर परिषद मे फायर ब्रिग्रेड है। पर वह वर्षों पुराना है। रखरखाव ठीक नहीं होने से उसकी हालत खराब है। सायरन नही हे पाइप जगह जगह से फुट रहा है। वह भी बहुत ही छोटा न कोई सीढी हे ओर न वह छोटी गली मे जा सकता है। साधन होते हुए भी यह साधन न के बराबर है। 26 अक्टूबर को शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय के एक कक्ष व लायब्ररी मे आग लगी दोपहर बारह बजे से आग बुझाने का काम शुरु हुआ जो देर रात तक चला। कारण यह रहा कि आधा से ज्यादा पानी तो वेस्ट हो रहा था। ओर पाइप छोटा होने से आग स्थल पर पाइप पहुच ही नही रहा था। नगर वासियो ने क्षेत्रीय विधायक देवीलाल धाकड से मांंग कि हे कि भानपुरा तहसील व नगर परिषद मे जल्द से जल्द सर्व सुविधा युक्त फायर ब्रिगेड, अग्नि शमक यंत्र उपलब्ध कराया जावे। जिससे संभावित आगजनी से बचाव हो सके।
भानपुरा। भानपुरा नगर कि आबादी लगभग तीस हजार व तहसील कि आबादी लगभग डेढ लाख है। साथ ही प्रसिद्ध धर्म स्थल दुधाखेडी माताजी मंदिर भी भानपुरा तहसील क्षेत्र में स्थित है। इतने बढे क्षेत्र मे कही भी किसी भी कारण से आगजनी कि घटना हो सकती है। पर आग बुझाने का कोई सुविधाजनक साधन नही है। एकमात्र साधन भानपुरा नगर परिषद मे फायर ब्रिग्रेड है। पर वह वर्षों पुराना है। रखरखाव ठीक नहीं होने से उसकी हालत खराब है। सायरन नही हे पाइप जगह जगह से फुट रहा है। वह भी बहुत ही छोटा न कोई सीढी हे ओर न वह छोटी गली मे जा सकता है। साधन होते हुए भी यह साधन न के बराबर है। 26 अक्टूबर को शासकीय सुभाष उत्कृष्ट विद्यालय के एक कक्ष व लायब्ररी मे आग लगी दोपहर बारह बजे से आग बुझाने का काम शुरु हुआ जो देर रात तक चला। कारण यह रहा कि आधा से ज्यादा पानी तो वेस्ट हो रहा था। ओर पाइप छोटा होने से आग स्थल पर पाइप पहुच ही नही रहा था। नगर वासियो ने क्षेत्रीय विधायक देवीलाल धाकड से मांंग कि हे कि भानपुरा तहसील व नगर परिषद मे जल्द से जल्द सर्व सुविधा युक्त फायर ब्रिगेड, अग्नि शमक यंत्र उपलब्ध कराया जावे। जिससे संभावित आगजनी से बचाव हो सके।
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